इन कंपनियों ने टैरिफ में 20 से 25 फीसदी तक की बढ़ोतरी की कवायद शुरू कर दी हैं.
Mobile Tariff Hike: करीब एक साल पहले टेलिकॉम कंपनियों (Telecom Companies) वॉइस एवं डेटा सर्विस की दरें बढ़ाने की तैयारी में है. इस बार बढ़ोतरी के बाद फोन बिल पर 20 से 25 फीसदी तक ज्यादा खर्च करना पड़ सकता है. प्राइवेट सेक्टर की दो प्रमुख कंपनियों टैरिफ बढ़ोतरी का इशारा कर चुकी हैं.
- News18Hindi
- Last Updated:
November 23, 2020, 2:47 PM IST
दिसंबर से बढ़ सकती हैं दरें
संभव है कि भारती एयरटेल और वोडाफोन-आइडिया इस साल के अंत तक टैरिफ में इजाफा करने का ऐलान कर दें. इन कंपनियों ने टैरिफ में 20 से 25 फीसदी तक की बढ़ोतरी की कवायद शुरू कर दी हैं. बीते कुछ समय में वोडाफोन-आइडिया के ग्राहकों की संख्या में बड़ी गिरावट देखने को मिली है.
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#AwaazMarkest ।टेलीकॉम कंपनियों ने मोबाइल टैरिफ 20 से 25 परसेंट बढ़ाने की कवायद शुरू कर दी है । #VodafoneIdea के बाद अब #Airtel ने भी दरें बढ़ाने की वकालत की है । कंपनियां अगले महीने से दरें बढ़ा सकती हैं। खबर पर डिटेल्स दे रहें हैं @aseemmanchanda । pic.twitter.com/yZWzEnOERb
— CNBC-AWAAZ (@CNBC_Awaaz) November 23, 2020
रविंदर टक्कर ने दिए थे संकेत
अब इस कंपनी ने ट्राई से गुहार लगाई है कि वॉइस एवं डेटा सर्विसेज के लिए दरों में इजाफा किया जाए ताकि टेलिकॉम सेक्टर में प्रतिस्पर्धा बना रहे. हाल ही में Vi के सीईओ रविंदर टक्कर (Ravinder Takkar) ने कहा था कि टेलिकॉम कंपनियों को वॉइस एवं डेटा सर्विसेज की टैरिफ में इजाफा करने से हिचकना नहीं चाहिए. उन्होंने कहा कि Vi आने वाले दिनों सबसे पहले टैरिफ बढ़ाने का ऐलान कर सकती है.
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एयरटेल की भी तैयारी
बीते रविवार को ही भारती एयरटेल के चेयरमैन सुनील भारती मित्तल (Sunil Bharti Mittal) ने कहा कि अभी मोबाइल सर्विस की दरें तार्किक नहीं हैं. मौजूदा दरों पर बाजार में बने रहना मुश्किल है, इसलिए दरों में बढ़ोतरी जरूरी है. उन्होंने कहा कि इस बारे में कोई निर्णय लेने से पहले बाजार की परिस्थितियों को देखा जाएगा. इसके पहले उन्होंने अगस्त महीने में कहा था कि 160 रुपये में एक महीने के लिए 16 जीबी डेटा देना त्रासदी है. उन्होंने कहा था कि टिकाऊ कारोबार के लिए प्रति ग्राहक औसत राजस्व को पहले 200 रुपये और धीरे-धीरे बढ़कर 300 रुपये तक पहुंचना चाहिए.