पूर्णिया में पकड़ी गई भारी मात्रा में शराब की खेप।
उत्पाद अधीक्षक दीनबंधु कुमार ने बताया कि पश्चिम बंगाल (West Bengal) से शराब की बड़ी खेप आने की गुप्त सूचना मिली थी। इसको लेकर दालकोला चेक पोस्ट पर जांच की गई तो एक टैंक लॉरी, एक ट्रक और एक पिकअप वैन को पकड़ा गया।
पूर्णिया। बिहार में शराब बंदी के बावजूद भी शराब माफ़िया बाज नहीं आ रहे हैं। ताज़ा मामला बिहार से सामने आया है जिसमे शराब तस्कर स्मगलिंग के लिए रोज़ नए-नए और अनोखे अजब-गजब हथकंडे अपना रहे हैं।
अब ख़बर बिहार के पूर्णिया (Purnia) से आ रही है जानकारी के मुताबिक अब पेट्रोल और डीजल के टैंक और लॉरी से भी शराब की तस्करी हो रही है। इस बात का खुलासा तब हुआ जब एक्साइज विभाग की टीम (Excise Department Team) ने गुरुवार को दालकोला में चेकिंग के दौरान चेक पोस्ट पर छापामारी की। इस कार्यवाही में टैंक लॉरी समेत तीन बड़े वाहनों से भारी मात्रा में शराब जब्त की गई है।
पकड़ी गई शराब का बाज़ार में मूल्य करीब ₹62 लाख बताया जा रहा है। उत्पाद अधीक्षक दीनबंधु कुमार ने बताया कि गुप्त सूत्रों से सूचना मिली थी कि बंगाल से भरी मात्रा में शराब की बड़ी खेप आ रही है। इसको लेकर दालकोला चेक पोस्ट पर जांच की गई तो जांच के दौरान एक टैंक लॉरी, एक ट्रक और एक पिकअप वाहन को पकड़ा गया। टैंक लॉरी के अंदर जहाँ तेल या पेट्रोल रखा जाता है उसमें से शराब के 73 कार्टून पाए गये।
इसके अलावा एक अन्य ट्रक से क़रीब 508 कार्टून और पिकअप वैन पर 107 कार्टून शराब लदी थी। तीनों गाड़ियों के ड्राइवर और खलासी को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। फिलहाल मामले की जांच की जा रही है। उन्होंने बताया कि तीनों गाड़ियों से करीब 62 सौ लीटर शराब बरामद किया गया है जिसका बाज़ार में मूल्य करीब ₹62 लाख रुपये है।वहीँ उत्पाद अधीक्षक ने बताया कि शराब पश्चिम बंगाल से दालकोला चेक पोस्ट होते हुए बिहार के अलग-अलग शहरों में तस्करी कर ले जायी जा रही थी। लेकिन उत्पाद विभाग के सतर्कता के कारण भारी मात्रा में शराब पकड़ी गयी है।
गौरतलब है कि हाल के दिनों में पूर्णिया के उत्पाद विभाग की टीम द्वारा बड़े पैमाने पर शराब की खेप पकड़ी गई है। इसके लिए पूर्णिया के उत्पाद विभाग के तीन अधिकारियों को राज्य सरकार की ओर से प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित भी किया गया है। हालांकि अभी भी बड़े पैमाने पर पूर्णिया और आसपास के ग्रामीण इलाकों में शराब की तस्करी और देसी शराब के निर्माण का कार्य हो रहा है। ।जिस पर अंकुश लगाने की ज़रूरत है।
बता दें कि 4 दिन पहले ही मुफस्सिल थाना के दीवानगंज में ग्रामीणों ने मुसहरी टोला से बड़े पैमाने पर देसी शराब पकड़ी थी। इसके बाद स्थानीय पुलिस और उत्पाद विभाग की टीम ने भी वहाँ छापामारी की थी। इस तरह से ग्रामीण इलाकों में कई जगह देसी शराब बनाने का धंधा चल रहा है। वहीं पश्चिम बंगाल का सीमावर्ती इलाक़ा होने के कारण आए दिन दालकोला चेकपोस्ट होकर बंगाल से भारी मात्रा में शराब लायी जाती है।